Rashmika Mandana viral video : इस वक्त पूरा बॉलीवुड गुस्से में हैं। इस वक्त पूरा बॉलीवुड तीखी प्रतिक्रिया दे रहा है। इस वक्त पूरा बॉलीवुड एकजुट नजर आ रहा है। जी हाँ, क्योंकि हाल ही में रश्मिका मंदाना का वीडियो वायरल हुआ। दरअसल वो एक फेक वीडियो था जिसमें किसी और की फोटो या वीडियो में किसी का बता कर के उसको बेचा जाता है। बीजों के जरिये और फिर वो काफी वायरल होता है। इसमें इस्तेमाल होता है दीप फेक टेक्नीक का। यानी की ये का इस्तेमाल आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स का इस्तेमाल हुआ था
Rashmika Mandana viral video अमिताभ बच्चन से लेकर केंद्रीय मंत्री तक का बयान आया है.
एआई मेरी बहुत सारी चीजें आसान कर दी है, लेकिन इसकी बहुत सारे नुकसान भी हैं जो इस वक्त आईटी मंत्रालय के लिए बहुत बड़ी चुनौती है और ये ऐसे टेकनीक है। एआइ के माध्यम से की आप अंदाजा नहीं लगा पाएंगे की ये असली विडिओ है या फिर ये नकली Rashmika Mandana viral video विडिओ है। यानी की किसी और के चेहरे पर किसी और का चेहरा लगाया गया है। किसी और के चेहरे पर किसी और का चेहरा लगाकर के उसको वायरल किया जा रहा है, ये पता लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है। और यही हुआ रश्मिका मंदाना के साथ, जिसपर अबिताब बच्चन ने भी ट्वीट किया और उसके बाद आईटी मंत्रालय को सफाई भी देनी पड़ी।
क्या था रश्मिका मंदना के इस वायरल फेक वीडियो में?
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि जब डीपफेक टेक्नीक का इस्तेमाल हुआ है, इससे पहले बहुत सारे सेलिब्रिटीज के साथ हो चूका है। Rashmika Mandana viral videoआपको याद होगा दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की फोटोग्राफ के साथ ऐसा ही हुआ था। हम बात कर ले करीना कपूर की, हम बात कर ले ऐश्वर्या राय बच्चन की। हम बात कर ले सोनम कपूर की है। जितनी भी तस्वीरें साथ साथ हम आपको दिखाते जा रही है। दरअसल ये जो तमाम तस्वीरें हैं। ये डी फेक टेक्नीक के माध्यम से भी है। यानी कि इतनी बारीकी से होती है जिसमें कंप्यूटर का इस्तेमाल होता है आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स के जरिये की। इसमें आप पता नहीं लगा पाएंगे।
yes this is a strong case for legal https://t.co/wHJl7PSYPN
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) November 5, 2023
क्योंकि पूरी तरीके से उसमें सॉफ्टवेयर के जरिये मैच किया जाता है यानी की कोई विडिओ होता है जिसमें बिल्कुल भी ठीक हो। और हमने देखा था कि इससे पहले अब पीएम नरेंद्र मोदी इसके अलावा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का एक वीडियो काफी ज्यादा वायरल हुआ था, जिसमें वो गाने में लिपसिंक कर रहे थे। वो सारे फेक वीडियो थे। लेकिन ऐसे विडियोज को आप पहचान नहीं पाते हैं और ये आजकल हो रहा है जिसपर ये कहा जा रहा है कि कड़े कानून होने चाहिए। हालांकि आईटी मंत्रालय के इसमें कड़े कानून भी है। इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की वो कानूनों के बारे में मैं आपको बताऊंगी ये लेकिन
Rashmika Mandanna ने अपने Fake वीडियो पर क्या कहा?
आप भी आसानी से पता लगा सकते हैं कि क्या ये फेक वीडियो है। अब वो कैसे? इसमें कई सारे ai टूल्स के माध्यम से यह पता भी लगाया जा सकता है और दूसरी तरफ की एक डिस्क्लेमर होता है। यानी की कोई भी चीज़ अगर इस तकनीक से की जाती है तो उसमें डिस्क्लेमर होता है और कुछ चीजों का फरक उसमें आसानी से होता है। कुछ लिप्सिंग आउट होती है। कई बार कई बार मूवमेंट नहीं होता। जैसे कि रश्मिका मनाना के साथ हुआ। उस वीडियो को अगर आप देखेंगे तो वो जब लिफ्ट से बाहर निकलती है तो उसमें देखा जाए कि किसी और का चेहरा का अगर हल्का सा महसूस किया गया हो
I feel really hurt to share this and have to talk about the deepfake video of me being spread online.
— Rashmika Mandanna (@iamRashmika) November 6, 2023
Something like this is honestly, extremely scary not only for me, but also for each one of us who today is vulnerable to so much harm because of how technology is being misused.…
लेकिन वो बहुत ही बारीकी से ध्यान से देखना होता हैं। उसके बाद ही आप पता लगा पाएंगे और इसमें जो बातें एक्स्पर्ट लगातार कहते हैं कि आप अपने निजी विडिओ, निजी फोटोग्राफ्स सोशल मीडिया पर ना डालें क्योंकि वो वाइरल होने का यानी की डीपफेक टेक्नीक का इस्तेमाल उसमें बहुत कम हो जाएगा। ऐसा आप ना करें।
Indian Government Rules
कानून की मैं बात कर रही थी तो उसमें आईटी मंत्रालय का 2000 का 66 दी कानून है जिसके तहत अगर आप ऐसा करते हैं किसी और की फोटो या वीडियो पर किसी और का चेहरा लगा करके आप उसको वायरल करते हैं तो फिर आपको ₹1,00,000 का जुर्माना या अधिक तर
3 साल की कैद हो सकती है। यह एक अहम इसमें सजा हो सकती है। इसके अलावा आप उस आपको उस वीडियो को मॉर्फ्ड वीडियो को फेक वीडियो को या फोटोग्राफर को तुरंत हटाना होगा पर कार्यवाही होगी तो बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो इस कानून के बारे में नहीं जानते हैं लेकिन पहले भी फेक विडियोज बहुत सारी आई है। लेकिन एआइ के माध्यम से इस तरह की तकनीक पहली बार चुनौती बनी है, जिसपर अब लोगों में जागरूकता भी बढ़ी है।