iPhone 15 pro और iphone 15 Pro Max मिलेगा अब 10000 रूपए मैं लेकिन कैसे?

दोस्तों बहुत नाइंसाफी है। मतलब देखो ये ऐप्पल आईफोन 15 pro max ₹2,00,000 का है और ये जो डुप्लिकेट मिल रहा है मार्केट में 15 pro max ये केवल ₹10,000 का मिल रहा हे मतलब पता लगा पाना काफी मुश्किल है। अगर आप उसको कंपेर करोगे तो काफी मुश्किल है। जान पाना की भाई असली कौन सा है, नकली कौन सा है?

तो आज अब इस पोस्ट को देखते रहिये मैं आपको बताने वाला हूँ की हाउ टू स्पॉट फेक आइफोन ताकि आप कभी किसी स्कैम का शिकार ना बने और कोई आप को असली बताकर ये नकली आइफोन चिपका ना दे अगर कहीं अगर आप फंसने वाला हो तो भैया फंसने से बच जाएं और आपको बताता हूँ अभी एक एक करके की आखिरी डिफरेन्स क्या है?

iPhone 15 pro Max Real Vs Duplicate

iPhone 15 pro

को बताऊँगा तो स्क्रीइन्होंने काफी हद तक जो है वो डिज़ाइन पूरा कॉपी किया है और आपको मतलब एक बार को आप आँख बन्द कर कैसा फील करोगे? तो आपको पता नहीं लगेगा कि असली कौन सा है, नकली कौन सा है, बट काफी सारे चेंजेज भी है। जैसे की अगर आप बटन्स की बात करोगे तो जो नो बटन्स की क्वालिटी है वो आपको बहुत ही सॉफ्ट और बहुत ही ऐसे चीप क्वालिटी की फील होगी। जबकि असली जो आईफोन है उसमें क्वालिटी बहुत अच्छी होती है।

अगर हम बात करते हैं नीचे की तरफ तो देखो असली फ़ोन में आपको स्पीकर ग्रिल्स ने एक बहुत ही अच्छे तरीके से आपको मैश भी अगर आप देखो ध्यान से नज़र आ जाएगा अंदर स्पीकर को और काफी एक अच्छे से वेल ले डाउट आपको सिस्टम मिलता है जबकि नकली आई फ़ोन में ऐसा लगता है कि किसी पिन से छेद कर दिया है। मतलब ना वो ढंग से वो जो फिनिश है वो आपको नहीं मिलती है।

फिर हम बात करते हैं सबसे बड़ा डिफरेंस अगर आप स्क्रीन को देखे असली आईफोन का जो स्क्रीन है इसमें ब्रसल्स चारों तरफ एकदम यूनिफॉर्म है और आपको ऊपर डाइनेमिक मिलता है लेकिन जो नकली आई फ़ोन है इसमें बैजल पहली बात तो थोड़ी मोटी है, दूसरी बात बराबर नहीं है। नीचे वाले जो बैजल है वो आपको काफी मोटी मिले गी। आप साइड बाय साइड कंपेर करके बड़ा ईज़ली देख सकते हैं।

Fake प्रोडक्ट से कैसे?

iPhone 15 pro

इसी के अलावा अगर आपन जो है वो एक ओल्ड पैनल नहीं है और इसमें भी प्रमोशन भी नहीं है और आपको ना ऐसे अटकता हुआ फील होगा। अगर आप बेसिक उसको यूज़ करेंगे ना तो एक तो फ़ोन में से थका हुआ है, नकली है। इसके अंदर प्रोसेसर भी ऐसे डुप्लिकेट सा होगा।

मतलब डुप्लिकेट तो क्या असली होगा? लेकिन किसी जमाने का कोई मीडियाटेक लगाया होगा तो यहाँ पे आपको परफॉर्मेन्स बनाए ऐसे अटकता वा सा फील होगा। आपको स्मूथ जो है वो ऐनिमेशन वगैरह नहीं मिलेंगे। उसके बाद में थिंग्स लाइक अगर आप जा के देखो इस फ़ोन में फॉर एग्ज़ैम्पल मैप्स का आइकन बना हुआ है, मैप्स खोलते हैं। तो गूगल मैप्स खुल जाता है, ऐप्पल मैप्स हो नहीं सकता या फिर अगर बात करे सिरी की तो आप सिरी देखो। ढंग से काम नहीं करता है

इसके अलावा नए वाला आईफोन में जहाँ पे ऐसे टच करने से वो ऐनिमेशन आता है पूरा ये ड्रॉप वाला वो भी इसमें काम नहीं करेगा। इन्फैक्ट यहाँ पे अगर आप कैमरा देखोगे अगर आपने कैमरा ओपन किया है तो आपको मिलेगा तो सही है वो ऑप्शन यू नो की वन एक्स टू एक्स, थ्री एक्स लेकिन पीछे अगर आप इन दोनों कैमरों को कवर कर लोगे ना स्टिल कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

iPhone 15 pro

बिकॉज़ एक ही कैमरा इसमें काम का है, बाकी दोनों नकली कैमरा है। आपको फोटो फिर भी मिलेंगी। आप रूम करते जाओगे। 123x सारे के सारे सारे फंक्शन हो जाएंगे, जबकि असली आईफोन में ऑफ कोर्स। ऐसा नहीं होगा

इन्फैक्ट अगर आप ऐपस्टोर देखोगे तो आपको दिखेगा तो ये ऐप्पल की तरह बट यहाँ पे अगर आप देख रहे हो कही पे एप्पल आईडी के लिए लॉग इन करना है या कुछ तो आप वो आपको ऑप्शन नहीं मिलेगा अगर आप ऐप्पल की जो ऐप्प होती है स्टॉक्स आप यहाँ पे स्टॉक्स खोलोगे तो यहाँ पे खुलता है याहू फ़ाइनेन्स तो मतलब ऐसी बहुत सारी चीज़े है ऐक्शन की।

अगर हम बात करते हैं तो आपको केवल ये रिंग और सल्ट के लिए ऐनिमेशन मिल जाएगा। लेकिन आपको सेटिंग्स में अलग से कोई ऑप्शन नहीं मिलने वाला। ऐक्शन बटन का और ऐसी बहुत सारी चीजें अगर आप ध्यान से देख लो तो आप इस समझ सकते हो की हाँ भाई असली आइफोन जो है वो कैसा है? और नकली आइफोन जो है वो

क्या क्या चीजे हैं ऐसी जिनके थ्रू आप ईज़ अली पकड़ सकते हो? मतलब कैमरा तो सबसे इजी है और स्क्रीन देख लोगे या यू नो सॉफ्टवेर देख लोगे जो अटक रहा है आप वो देख लोगे तो आपको समझ में आ जाएगा कि क्या डिफरेन्स लगा इस असली और नकली आई फ़ोन में और आपका जानना बहुत ज़रूरी है।

iPhone 15 pro

मतलब देखो ये कैसे बिकेगा मार्केट आपको बताता हूँ ये या तो बिकेगा मार्केट मैं जहा पे कोई इंसान आगे बोले गा की भैया फ़ोन जो है मेरा दो महीने पुराना है, एक महीने पुराना है, काम चला हुआ है। ये वो डब्बा सब है और ये ले लो भैया 80,000 का 90,000 का व्हाटेवर या कोई आपको हो सकता है किसी और बहाने से कम कीमत पर एक लालच देकर फ़ोन बेचने की कोशिश करें।

या फिर वैसे ही आप कहीं यू नो किसी ऐसे नॉन ट्रस्टेड जगह से अगर आपको ऑर्डर आपको बदले में ऐसा डब्बे में फ़ोन डाल के भेज दे तो दीज़ आर यू नो फ्यूल के सिनेरीओस और आपका ऐसे में जानना बहुत जरूरी है कि भाई जो आप आईफोन यूज़ कर रहे हो वो जेन्यूइन है की नहीं है

और यहाँ पे अगर आप इनका जो सीरियल नंबर इसमें है आप डाल के देखोगे एप्पल के वेबसाइट पे आपको 14 pro max का कुछ एक आता है और देखो हो सकता है वो सीरियल नंबर जो है वो कुछ और अपडेट करके 15 pro वाला भी दिखा दे बट देन अगेन सॉफ्टवेयर को अगर आप देखोगे तो यहाँ पे आपको क्लियरली एक तो ऐप्पल आई डी का मैं अगर साइन भी जाता हूँ तो ये बोलता है एप्पल आईडी का पासवर्ड बट ये थिस इस नॉट एप्पल आईडी पासवर्ड यहाँ पर प्लीज़ एंटर ना करे

और ये कुछ डिफरेन्स है जो आपको क्लियरली बताएंगे असली और नकली आई फ़ोन में क्या डिफरेन्स है आप आई होप की आपको बहुत पसंद आया होगा और ये बहुत फैल रहेगा। इस बचना है इससे रिकमेंड ये करता हूँ। कुछ लोग जो है वो फैशन के चक्कर में ले लेंगे, इसको की ठीक है यार 10 से 12,000 का तो फ़ोन है,

कम से कम कान पे लगाऊंगा, देखूंगा देखो सबको हाँ भैया आईफोन से बात कर रहा है बट एक्सपीरियंस बिलकुल बेकार हैं, किसी काम का नहीं है। ये इस से बढ़िया है। एक ₹10,000 का 12,000 का एक नॉर्मल ऐन्ड्रॉइड फ़ोन ले लो। अलग अलग ब्रैन्डस के बहुत सारे मिलते है। वो आपको एक बेटर वैल्यू प्रोवाइड करेंगे बजाय के ये नकली वाला आईफोन आई होप क्या पसंद आया होगा?

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